डेढ़ लाख आबादी को प्रदूषण से मिलेगी निजात; सितंबर-अक्टूबर तक लोकार्पण की संभावना.
ग्वालियर: रेलवे के रायरू स्टेशन पर नया मालगोदाम और स्टेशन भवन तैयार हो चुका है। यहां सिग्नल लाइन डालने का काम भी शुरू कर दिया गया है। जो अगले दो माह में पूरा कर लिया जाएगा।
अफसरों ने उम्मीद जताई है कि सितंबर-अक्टूबर तक इसे शुरू कर दिया जाएगा। मुख्य स्टेशन का मालगोदाम रायरू शिफ़्ट होने से कोयले व सीमेंट से भरे ट्रक तानसेन रोड से हजीरा व गोला का मंदिर से नहीं जाएंगे। इससे इन इलाकों में सड़क किनारे बसे 1.50 लाख लोगों को प्रदूषण व रोज-रोज होने वाले हादसों से निजात मिल जाएगी।
मालगोदाम रायरू शिफ़्ट होते ही ग्वालियर में 2 और प्लेटफार्म बनाने का काम भी शुरू हो जायेगा| दिल्ली-भोपाल रूट पर तीसरी और चौथी लाइन का काम पूरा होने ग्वालियर में PF कम पड़ेंगे इसीलिए जल्द से जल्द प्लेटफार्म बनाने का काम पूरा किया जायेगा|
स्टेशन से मालगोदाम को शिफ्ट करने की मांग 15 साल से की जा रही है। यहां रैक से आने वाले कोयले व सीमेंट को ट्रकों से शहर के बाहर व गोदाम तक पहुंचाया जाता है। यह ट्रक तानसेन रोड से हजीरा व गोला का मंदिर होते हुए भिंड-मुरैना व शहर में बने गोदामों तक पहुंचाए जाते हैं। इस कारण 5 किलोमीटर क्षेत्र में कोयले व सीमेंट की धूल उड़ती है, जिससे प्रदूषण होता है।
रायरू के मालगोदाम की तीन लाइन, नए स्टेशन भवन व सड़क के निर्माण पर 27 करोड़ रेलवे ने खर्च किए हैं।
सिग्नल व केबलिंग का काम पूरा होते ही मालगोदाम का लोकार्पण व स्थानांतरण कर दिया जाएगा। मनोज कुमार सिंह, पीआरओ झांसी