लॉकडाउन के कारण दो महीने से बंद कार्य अगले महीने शुरू होगा...
ग्वालियर: लंबे समय से भू-अधिग्रहण के फेर में फंसे 187 किमी लंबे ग्वालियर-श्योपुर गेज परिवर्तन प्रोजेक्ट में रेलवे ने 227 करोड़ रुपए का दूसरा टेंडर जारी किया है। मुरैना जिले में भू-अधिग्रहण की कार्रवाई तेज होने के बाद सुमावली से सबलगढ़ के बीच लगभग 51 किमी लंबाई में अर्थवर्क, अंडरग्राउंड सब-वे और पुल-पुलियों का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। आगामी जून माह में ये टेंडर खोले जाएंगे। इसके बाद संबंधित फर्म को दो साल के अंदर यह काम पूरा करना होगा।
कुल 2912.96 करोड़ रुपए की लागत वाले इस प्रोजेक्ट के पहले टेंडर में रेलवे ने रायरू से सुमावली के बीच लगभग 27 किमी लंबाई में खुदाई व अर्थवर्क का काम गत नवंबर में 112 करोड़ रुपए का ठेका देकर शुरू कराया था। इसके बाद आगे के टेंडर का मामला भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण फंस गया था।
रेलवे को मुरैना में कुल 327 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता थी| मुरैना जिला प्रशासन ने तेजी से काम करते हुए सरकारी, निजी और वन भूमि मिलाकर रेलवे को 145 हेक्टेयर जमीन का आवंटन कर दिया है। ऐसे में रेलवे ने लॉकडाउन की अवधि में गत 30 अप्रैल को सुमावली से आगे जौरा और सबलगढ़ तक 51 किमी लंबाई में अर्थवर्क का दूसरा टेंडर जारी किया है।
ग्वालियर-श्योपुर गेज परिवर्तन प्रोजेक्ट में भूमि अिधग्रहण होने के कारण सुमावली से सबलगढ़ के बीच अर्थवर्क का टेंडर जारी किया है। आगामी जून माह में टेंडर खोला जाएगा। इसके बाद ठेकेदार फर्म को 24 माह में काम कंप्लीट करना होगा।
मनोज कुमार सिंह, पीआरओ रेल मंडल झांसी
गेज परिवर्तन का यह काम ग्वालियर के बिरलानगर स्टेशन से श्योपुर के बीच किया जाना प्रस्तावित है। यह लाइन रायरू रेलवे स्टेशन से चार किलोमीटर आगे जाने के बाद बामौर गांव स्टेशन की तरफ मुड़ जाएगी। इस बीच में 30 मीटर चौड़े हाईवे के ऊपर से ओवरब्रिज बनाकर ट्रेन निकाली जाएगी। इस प्रोजेक्ट में नदी और नालों पर 223 पुलों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से 42 बड़े पुल और 181 छोटे पुल-पुलिया बनाए जाएंगे। इसके अलावा 114 रेल क्रॉसिंग के नीचे और ऊपर ओवरब्रिज बनेंगे। इनमें से सात आरओबी बनेंगे।