बुधवार को रेल बिद्धुतीकरण विभाग ने केबल चार्ज कर शाम 7:50 बजे नीमच से चित्तौड़गढ़ इलेक्ट्रिक इंजन से किया ट्रायल...
रतलाम: रेलवे ने नीमच से चंदेरिया तक सिंगल लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन कर लिया है। शुक्रवार को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) आरके शर्मा इसकी जांच करेंगे। सीआरएस के साथ 125 अधिकारियों की टीम की बजाए 30 से 35 सदस्य ही रहेंगे। वजह कोरोना वायरस है। विस्तृत प्रोग्राम आने के बाद रेल विद्युतीकरण विभाग ने बुधवार दोपहर शुरुआती टेस्टिंग कर केबल चार्ज कर दी। शाम 7.50 बजे नीमच से चित्तौडगढ़़ के बीच पहली बार बिजली इंजन चलाकर ट्रायल किया। इस दौरान मंडल बिजली अभियंता मीर सिंह इंजन में मौजूद रहे।
रेल विद्युतीकरण मुख्यालय अहमदाबाद ने रेलवे को 15 मार्च तक विद्युतीकरण पूरा करने का लक्ष्य दिया था। इसे पूरा करने के चक्कर में आरई ने नीमच से चित्तौड़गढ़ तक सिंगल लाइन पूरी कर दी लेकिन चित्तौड़गढ़ के प्लेटफॉर्म 4 व 5 बाकी रह गए। इसके वैकल्पिक इंतजाम करते हुए अभी सेक्शन को रेलवे प्लेटफॉर्म 1, 2 व 3 से जोड़ा है।
शुक्रवार सुबह 8.30 बजे सीआरएस नीमच से निरीक्षण शुरू करेंगे। लेवल क्रासिंग गेट 115, बिसलवासकलां स्टेशन यार्ड, निंबाहेड़ा के पास वाला आरओबी, एलसी गेट 101, गंभीरी रोड स्टेशन यार्ड, एलसी गे 98, ब्रिज नंबर 256 का निरीक्षण करते हुए दोपहर 2.50 बजे शंभुपुरा, 4.30 बजे चित्तौडग़ढ़ पहुंचेंगे। यहां से चंदेरिया तक का सेक्शन टॉवर वैगन से चेक करेंगे। लौटते समय चंदेरिया से रतलाम तक 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर स्पीड ट्रायल करेंगे।