20 स्टेशन विकसित किए जाएंगे, कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों के हाल्ट ग्वालियर की जगह बिरला नगर हो सकते हैं...
ग्वालियर: तीसरी रेल लाइन बिछने के बाद झांसी मंडल के अंतर्गत आने वाले बिरला नगर स्टेशन सहित 20 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प होगा। ऐसे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढ़ेंगी।
ग्वालियर स्टेशन पर नई ट्रेनों का हॉल्ट भी बढ़ेगा। अभी ग्वालियर स्टेशन पर संपर्क क्रांति और दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा भी 16 ट्रेनों के हाल्ट नहीं है। संपर्क क्रांति और दुरंतो दोनों केटेगरी की ट्रेनों में जिस राज्य के लिए चल रही हैं उसके अलावा मंडल हेडक्वार्टर को ही हाल्ट मिलते हैं।
बाकी ट्रेनों के हाल्ट को इसलिए मना कर दिया है क्योंकि झांसी से मथुरा के बीच रेलवे ट्रैक पर 40 फीसदी ट्रैफिक अधिक है और ग्वालियर में प्लेटफार्म भी नहीं है। इसी कारण से स्पेशल ट्रेनों का हाल्ट भी ग्वालियर को नहीं मिल पाता है। लेकिन तीसरी लाइन बिछने के बाद ट्रेनों का स्टॉपेज बढ़ जाएगा। अभी ग्वालियर स्टेशन में करीब 160 ट्रेनों का स्टापेज है (विशेष ट्रेनों को छोड़कर) जबकि 12 ट्रेनें ग्वालियर से बनती हैं। यहां हर दिन लगभग 58-60 हजार यात्रियों का आवागमन है।
ग्वालियर स्टेशन पर नैरोगेज प्लेटफार्म की जगह प्लेटफार्म नंबर 5 और 6 बनाया जाएगा। तीसरी लाइन के प्रोजेक्ट में अभी पुल निर्माण के साथ अर्थवर्क चल रहा है।
तीसरी लाइन बिछने के बाद हबीबगंज की तरह बिरला नगर स्टेशन पर भी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का हाल्ट हो सकता है। अभी यहां अप एंड डाउन की 5 पैसेंजर ट्रेन और एक एक्सप्रेस ट्रेन रुकती हैं। लेकिन तीसरी लाइन बिछने के बाद बिरला नगर स्टेशन पर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस और ताज एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों का स्टॉपेज बढ़ सकता है। इसके अलावा ग्वालियर-भिंड और ग्वालियर - इटावा पैसेंजर का संचालन भी बिरलानगर से किया जा सकता है। हालांकि इस काम में अभी दो साल का वक्त लगेगा।
झांसी से मथुरा के बीच 273 किलोमीटर तीसरी रेल लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। इस काम में रेलवे 4377 करोड़ रुपए खर्च करेगा। साथ ही यह प्रोजेक्ट वर्ष 2021 में पूरा होगा।