जिला प्रशासन ने ब्रॉड गेज ट्रैक के लिए अधिग्रहित की भूमि, पांच स्टेशन होंगे कम...
ग्वालियर: श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रशासन द्वारा पूर्ण कर लिया गया है। ब्रॉडगेज का रेलवे ट्रैक बनाने के लिए प्रशासन द्वारा 45 गांवों में शासकीय तथा 44 गांव में निजी भूमि को चिन्हित किया है। उक्त गांवों में होकर ही श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज का रेलवे ट्रैक बनाया जाएगा।
जिला प्रशासन द्वारा इसे अंतिम रूप दे दिया गया है। मालूम हो कि, ग्वालियर से श्योपुर और श्योपुर से दीगोद ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट के लिए प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। विगत एक वर्ष से जहां प्रशासन द्वारा भूमि अधिग्रहण की कार्ययोजना तैयार कर प्रकरण शासन स्तर पर भेजे जा रहे थे। जिसे प्रशासन द्वारा अंतिम रूप दे दिया गया है। ब्रॉडगेज के रेलवे ट्रैक के निर्माण के लिए शासकीय एवं निजी भूमि को प्रशासन द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया है।
नैरोगेज ट्रैक को ब्रॉडगेज में बदलने अभी तीन-चार साल का वक्त और लगेगा। काम पिछले कई वर्षों से धीमी गति से चल रहा था, लेकिन प्रदेश में कमलनाथ सरकार आने के बाद से ही काम में तेजी आई है। खासतौर पर कांग्रेस की सरकार आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा रुचि लेने के बाद से ही अधिग्रहण में तेजी आई। ज्ञात हो कि मार्च 2010 में पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, केएच मुनियप्पा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ श्योपुर से सबलगढ़ तक यात्रा की थी।
वर्तमान में इस ट्रैक पर 5 छोटी ट्रेनें संचालित होती हैं और रोजाना लगभग 6 हजार यात्री यात्रा करते हैं।
इतना ही नहीं इस ट्रैक से कई स्टेशन भी हटाए जाएंगे। इसमें पांच स्टेशन हटाए जाने बात सामने आई है। जिसमें घोसीपुरा, मोतीझील, मिलावली, थरा और सिकरौदा स्टेशन के नाम ब्रॉडगेज ट्रैक में शामिल नहीं है। गेज कन्वर्जन होने के बाद ग्वालियर-श्योपुर मार्ग पर स्टेशनों की संख्या भी 28 से घटकर 23 रह जाएगी।
वर्तमान योजना अनुसार ग्वालियर तरफ की ओर से पहला रेलवे स्टेशन मुरैना जिले में नया बामौर गांव होगा। दूसरी तरफ राजस्थान के कोटा के पास दीगोद रोड अंतिम स्टेशन होगा।
जिले के इन गांवों से होकर गजरेगी ब्रॉडगेज प्रशासन की कार्ययोजना एवं अधिग्रहित की गई भूमि के अनुरूप श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक का निर्माण जिले के इन गांवों की शासकीय और निजी भूमि से होकर बनाया जाएगा, जिनमें वीरपुर तहसील का बड़ागांव, श्यारदा, वीरपुर, पांचो, सिखेड़ा, गोहर, जाखेर, तेजीपुरा, छाबर, घूघस, श्यामपुर, बासोना, भैरापुरा, धोरीबावड़ी, डोंगरपुर, रघुनाथपुर, रावतपुरा, सुमरैरा, महुआमार, टर्राकलां, बलावनी, चांदीपुरा, हांसिलपुर, नसीरपुर, फूल्दा, गोठरा, कोंकड, लाडपुरा, चकबमूल्या, शंकरपुर कोठरा, भीकापुर, दांतरदा खुर्द, रायपुरा, बर्धाबुजुर्ग, मेवाड़ा, हीरापुर, गिरधरपुर सहित जिले के 45 शासकीय व 44 निजी गांवों की भूमि शामिल हैं।