झाँसी मंडल पिछले महीने ग्वालियर का माल गोदाम भी रायरू शिफ्ट किया था..
झांसी। सीपरी बाजार की घनी आबादी और बाजार के नजदीक स्थित मालगोदाम को बिजौली स्टेशन के पास स्थानांतरित किया जाएगा। इसके लिए अफसरों ने कसरत शुरू कर दी है। प्रारंभिक निरीक्षण शुरू हो गए हैं। नक्शा भी इस महीने बनकर तैयार हो जाएगा। मालगोदाम बिजौली जाने से सीपरी बाजार क्षेत्र को जाम से मुक्ति मिल सकेगी।
रेलवे मालगोदाम में चौबीस घंटे माल की लोडिंग और अनलोडिंग का काम होता है। यहां अलग-अलग जगहों से सीमेंट, खाद, यूरिया, चावल, नमक की रैक आती हैं। यहां से गेहूं लोड होकर दूसरे राज्यों में जाता है। 2014 में ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होने के बाद से मालगोदाम आने-जाने वाले ट्रक सीपरी बाजार क्षेत्र के लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं। जब भी ट्रक निकलते हैं, कलारी तिराहे से लेकर मालगोदाम मोड़ तक जाम लग जाता है। मालगोदाम और कलारी तिराहे से रसबहार तिराहा तक उड़ने वाली धूल से रेलवे कालोनी में रहने वाले,
सड़क से निकलने वाले और आसपास । के दुकानदार बेहाल रहते हैं। प्रदूषण भी फैल रहा है। रेल प्रशासन ने समस्याओं को खत्म करने के लिए मालगोदाम को बिजौली स्टेशन पर स्थानांतरित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
अधिकारियों के स्तर पर स्थलीय निरीक्षण शुरू कर दिए गए हैं। बिजौली स्टेशन के नजदीक बनने वाली साइडिंग को हाइवे पुल के नजदीक बनाया जा रहा है, ताकि माल उठाने वाले ट्रकों को आने में कठिनाई न हो।
संदीप माथुर, डीआरएम
माल गोदाम की खाली पड़ी जमीन का व्यापारी भरपूर लाभ उठा रहे हैं। नियमानुसार, व्यापारी उसी हालत में मालगोदाम के अंदर अपना ट्रक ला सकते हैं, जब लोडिंग अनलोडिंग हो रही हो, लेकिन यहां लोडिंग अन लोडिंग न होने के बाद भी खाली ट्रक चौबीसों घंटे खड़े रहते हैं। रेलवे को इनसे किराया वसूलना चाहिए, लेकिन सब मिलीभगत से चल रहा है। आरपीएफ भी कार्रवाई करने से कतराती है।
झाँसी मंडल ने अक्टूबर में ग्वालियर स्टेशन पर बने माल गोदाम को भी रायरू स्थानांतरित कर दिया। माल गोदाम के कारण ग्वालियर में भी तानसेन रोड तक जाम लगा रहता था।