दिल्ली में भाजपा को मात देने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाएंगे केजरीवाल!
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के स्थापक अरविंद केजरीवाल ने जब से कर्नाटक के सीएम के शपथ ग्रहण में शामिल होने का संकेत दिया तभी से दिल्ली की राजनीति पर उसका असर दिखाई देने लगा।
ऐसी संभानाए लगाई जा रही कि आप और कांग्रेस लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा के चुनाव एक साथ लड़ सकती है|
केजरीवाल के इस रुख से तरह-तरह के कयास अभी से लगाए जाने लगे हैं। साथ ही यह भी कहा जाने लगा है कि केजरीवाल अब पूरी तरह से भीड़ का हिस्सा बन गए हैं और उनका मेकिंग डिफरेंस का नारा अब इतिहास का हिस्सा बनकर रह गया है।
एचडी देवेगौड़ा की तरफ से केजरीवाल को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता मिलने के बाद से दिल्ली की सियासत गरम है।
कर्नाटक में सीएम के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इतना तो तय हो गया है कि केजरीवाल अब 2019 के लोकसभा चुनाव और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेतृत्व वाली महागठबंधन में शामिल होंगे।