भारत ने वेस्टइंडीज को दूसरे टेस्ट में 257 रन से हराया, टीम इंडिया विंडीज के खिलाफ लगातार 8वीं सीरीज जीती...
भारत - 416 (विहारी 111, कोहली 76, इशांत 57, अग्रवाल 55, होल्डर 5-77) और 168 for 4 पारी घोषित (रहाणे 64*, विहारी 53*, रोच 3-28)
वेस्ट इंडीज - 117 (बुमराह 6-27) और 210 (ब्रुक्स 50, जडेजा 3-58, शमी 3-65)
परिणाम - भारत ने वेस्ट इंडीज को 257 रनों से हराया
मैन ऑफ़ द मैच - हनुमा विहारी
जमैका: भारत ने जमैका में खेले गए दो टेस्ट की सीरीज के दूसरे मैच में चौथे दिन (सोमवार को) वेस्टइंडीज को 257 रन से हरा दिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज 2-0 से जीत ली। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की यह लगातार आठवीं टेस्ट सीरीज जीत है। 2002 के बाद से ही टीम इंडिया के खिलाफ वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज जीतने में सफल नहीं हुआ है।
भारत ने पहली पारी में हनुमा विहारी के शतक और इशांत शर्मा के अर्धशतक की बदौलत 416 रन बनाए थे। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी वेस्टइंडीज की पूरी टीम पहली पारी में 117 रन पर ऑलआउट हो गई थी। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने हैट्रिक समेत छह विकेट हासिल किए। इस तरह पहली पारी में भारत को विंडीज पर 299 रन की बढ़त मिल गई थी।
भारत ने दूसरी पारी 168/4 के स्कोर पर ही घोषित कर दी थी। इस तरह विंडीज टीम को 468 रन का लक्ष्य मिला था। दूसरी पारी में विंडीज टीम की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। उसके दोनों सलामी बल्लेबाज ब्रैथवेट और कैम्पबेल जल्दी आउट हो गए। रोस्टन चेज और शिमरॉन हेटमायर 100 रन से पहले ही अपने विकेट गंवा बैठे। कप्तान जेसन होल्डर (39) ने कुछ संघर्ष किया। लेकिन जडेजा ने उन्हें आउट कर विंडीज की पारी समेट दी। जडेजा और शमी ने दूसरी पारी में 3-3 विकेट लिए।
वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में 12 बल्लेबाजों ने बैटिंग की। दरअसल, डैरेन ब्रावो मैच के बीच में रिटायर्ड हर्ट हो गए। इसके बाद जब वो मैदान पर नहीं लौट पाए तो उनकी जगह जर्मेन ब्लैकवुड को कॉन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया। टेस्ट इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी टीम से एक ही पारी में 12 खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी की है।
बतौर कप्तान विराट कोहली की यह 28वीं जीत है। वे भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले कप्तान बन गए। उन्होंने इस मामले में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम 27 टेस्ट जीती थी। इस मामले में सौरव गांगुली तीसरे स्थान पर हैं। उनके नेतृत्व में टीम इंडिया को 21 जीत मिली थी।
कोहली ने धोनी को सिर्फ 48 टेस्ट में ही पीछे छोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने 28 टेस्ट जीतने के साथ 10 मैच ड्रॉ भी कराए। 10 टेस्ट में टीम को हार का सामना करना पड़ा। दूसरी ओर, धोनी के नेतृत्व में भारत ने 60 टेस्ट खेले थे। इस दौरान 18 टेस्ट में हार मिली थी और 15 ड्रॉ हुए थे।
धोनी ने 2014 ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टेस्ट से कप्तानी छोड़ दी थी। इसके बाद कोहली को नेतृत्व सौंपा गया था। उनकी कप्तानी में भारत ने अपने घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों को हराया। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका में 1-2 और इंग्लैंड में 1-4 से सीरीज में हार मिली थी। पिछले साल भारत ने ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी। दोनों देशों के बीच 71 साल के टेस्ट इतिहास में भारत की ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर पहली सीरीज जीत थी।