ब्रॉडगेज का मामला प्रमुख सचिव तक पहुँचने के बाद काम में आई तेजी…
ग्वालियर: उत्तरीय मध्यप्रदेश के तीन जिलों की बहुप्रचलित ग्वालियर, मुरैना और श्योपुर के बीच डलने वाली ब्रॉडगेज रेल लाइन का मामला अब राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव तक जा पहुंचा है। मध्यप्रदेश राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव ने मुरैना-श्योपुर रेल लाइन के लिए भूअर्जन प्रकरणों के त्वरित निराकरण की कार्रवाई कर प्रगति की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
इस योजना को गति देने के लिए चम्बल संभाग की आयुक्त रेनू तिवारी की अध्यक्षता में समिति बनाई गई है। समिति में आयुक्त अध्यक्ष रहेंगी, वहीं अपर आयुक्त जिलाधीश मुरैना और श्योपुर सदस्य रहेंगे। उपायुक्त (राजस्व) चम्बल संभाग की समिति में सदस्य सचिव और उत्तर-मध्य रेल्वे के पीडब्ल्यूआई अंकुर शर्मा और आईओडब्ल्यू इस समिति में सदस्य रहेंगे।
श्योपुर ज़िले के अंतर्गत आने वाले ब्लॉक विजयपुर, बीरपुर, और श्योपुर ब्लॉक में 2-2 निजी और 2-2 राजस्व के प्रकरण को छोड़कर वाकी सभी प्रकरण कलेक्टर को दे दिए गए हैं। कराहल ब्लॉक में हीरापुरा-गिरधरपुर के 2-2 प्रकरण बनने है, लेकिन इसमें रेलवे ने अब तक जमीन अधिग्रहण का प्रस्ताव नहीं भेजा है। ब्रॉडगेज परियोजना में वीरपुर, विजयपुर और कराहल में करीब 12 हेक्टेयर भूमि वन विभाग की आ रही है।
रेलवे द्वारा ब्रॉडगेज लाइन के तहत 21 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें नया बानमोर गांव, अंबलेश्वर, सुमावली, जौरा, अलापुर, भटपुरा, कैलारस, सेमई, पीपल वाली। चौकी, सबलगढ़, राम पहाड़ी, विजयपुर रोड, कैमराकलां रोड, वीरपुर, सिलीपुर, लकडोरी, टैराकलां, शिरोरी, खोजीपुरा, दुर्गपुरी, गिरधरपुरा, इकराकलां व श्योपुरकलां को शामिल किया गया है। प्रोजेक्ट के तहत कुल 187 कि.मी. लाइन का निर्माण किया जाएगा।
जमीनों के अधिग्रहण के प्रयास जारी हैं। अधिग्रहण का काम पूरा होते ही हम काम शुरू कराएंगे। सबलगढ़ से श्योपुर के बीच स्वाइल ओस्टिंग के लिए भी टेंडर हो चुका है।
मनोज कुमार सिह जनसपर्क अधिकारी, झांसी रेल मंडल
गेज परिवर्तन का यह काम बिरलानगर स्टेशन से श्योपुर के बीच किया जाएगा। बिरलानगर से यह लाइन रायरू रेलवे स्टेशन से चार किलोमीटर आगे जाने के बाद बामोर गांव स्टेशन की तरफ मुड़ जाएगी। रायरू तक रेलवे के पास स्वयं की जमीन उपलब्ध है। ऐसे में बामोर गांव स्टेशन से सुमावली तक उपलब्ध 45 हेक्टेयर जमीन पर रेलवे ने 112 करोड़ की लागत से 27 कि।मी। इस ट्रैक के अर्थवर्क का टेंडर अप्रैल 2018 में किया था। इसमें झांसी की घनाराम इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड को वर्क ऑर्डर जारी किया गया था और कम्पनी ने नवम्बर 2018 में बामोर गांव स्टेशन के पास कैम्प ऑफिस तैयार कर काम शुरू भी कर दिया है।