एफओबी के साथ शुरू होगा काम, 125 करोड़ रुपए से बनेगा कमर्शियल टावर...
ग्वालियर: ग्वालियर रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इसमें सबसे पहले स्टेशन से बस स्टैंड तक यात्रियों के आवागमन के लिए फुट ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। इससे आगे के काम के दौरान यात्रियों का आवागमन नहीं रुकेगा। साथ ही निर्माण एजेंसी भी अपना काम आसानी से करेगी।
ग्वालियर उत्तर मध्य रेलवे का पहला रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है, जिसका जिम्मा रेलवे स्टेशन विकास निगम लिमिटेड (आईआरएसडीसी) अपने हाथों में लेगा। इसका मकसद है स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को और बेहतर करना व राजस्व बढ़ाना। स्टेशन पर फैसिलिटी मैनेजमेंट का काम पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पीपीपी मोड़ पर होगा।
रेलवे स्टेशन पर जहां एयरपोर्ट जैसे लाउंज बनेंगे। खासकर बुजुर्ग, दिव्यांग और महिलाओं के लिए लिफ्ट जैसी सुविधाएं होगी। स्टेशनों पर आधनुकि पार्किंग बनाने की योजना है। ट्रेन का इंताजर करने के लिए शानदार पब्लिक एड्रेस सिस्टम लेगा।
खाने-पीने बढ़िया रेस्तरां और बड़ी संख्या में साफ सुधरे शौचालय होंगे।
इस प्रोजक्ट के तहत इन्वेस्टर्स को 125 करोड़ खर्च करने होंगे। जिसके एवज में आईआरएसडीसी इन्वेस्टर्स को नौ लाख गर्ग फीट की जगह उपलब्ध कराएगा। डेवलपर्स प्रोजेक्ट लेने के बाद छोटे डेवलपर्स को इसे लीज पर दे सकेगा। मंगलवार को चेम्बर ऑफ कॉमर्स में इण्डियन रेलवे स्टेशन डेवलमेंट कारपोरेशन (आईआरएसडीसी) द्वारा रेलवे स्टेशन को आधुनिक स्वरूप में विकसित किए जाने पर एक विस्तृत चर्चा एवं पॉवर प्वॉइंट प्रजेण्टेशन का आयोजन किया गया। जिसमें आईआरएसडीसी के महाप्रबंधक अश्विनी कुमार व उप महाप्रबंधक पारोमिता राय, स्मार्ट सिटी सीईओं महिप तेजस्वी व निगमायुक्त संदीप माकिन उपस्थित थे।
इण्डियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कार्पोरेशन के महाप्रबंधक अश्विनी कुमार ने बताया कि चेम्बर पदाधिकारियों को बताया कि आईआरएसडीसी का कार्य वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन डेवलप करना है। उन्होंने निवेश संबंधी सम्पूर्ण प्रक्रिया को पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन का माध्यम से समझाया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट कई गरीबों के घर उजड़ जाएंगे। सवाल-जवाब में राजेश गुप्ता, सुदर्शन झंवर, पारस जैन, माधव बंसल आदि ने अपने सुझाव अधिकारियों के सामने रखे।
चेम्बर पदाधिकारियों ने इण्डियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कार्पोरेशन के महाप्रबंधक अश्विनी कुमार को बिरलानगर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण किए जाने के लिए एक सुझाव-पत्र सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में मानसेवी सचिव डॉ. प्रपीण अग्रवाल, संयुक्त अध्यक्ष-प्रशांत गंगवाल आदि शामिल थे। इससे शहर का विकास होगा। साथ ही मुख्य स्टेशन का लोड कम होगा। अभी मुख्य स्टेशन में यात्री ट्रेनों का लोड अधिक होने के कारण यहां ट्रेनों का स्टापेज देने से रेलवे इनकार कर देता है। लेकिन बिरला नगर स्टेशन विकसित होने से सभी ट्रेनों का स्टापेज ग्वालियर स्टेशन को मिल जाएगा, जिसका फायदा यात्रियों को मिलेगा। ज्ञापन लेने के बाद जिस पर श्री कुमार ने आश्वस्त किया गया है कि इस सुझाव-पत्र को रेलवे बोर्ड को प्रेषित करेंगे और अपनी ओर से पूर्ण प्रयास करेंगे कि इस पर यथाशीघ्र प्रस्ताव तैयार हो।
आईआरएसडीसी ने ग्वालियर का डिजाइन तैयार कर लिया है। नए प्लान के तहत ग्वालियर स्टेशन मुख्य रोड से दिखेगा। बजरिया की सभी दुकानें हटाई जाएंगी। प्लेटफार्म नंबर 4 को बेहतर ढंग से विकसित किया जाएगा। एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन का विकास होने से यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ जाएंगी। सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम रहेंगे।
ग्वालियर रेलवे स्टेशन के हेरीटेज लुक को बनाए रखते हुए आधुनिक स्टेशन बनाए जाने का प्लान तैयार किया है। हमारा प्रयास है कि जो वातावरण एयरपोर्ट पर होता है कि यात्रियों का वहां रूकने का मन करता है, ऐसा ही हम ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर बनाना चाहते हैं।
अश्विनी कुमार (महाप्रबंधक)
इण्डियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट
कार्पोरेशन स्टेशन के विकास का डिजायन 40 साल की जरूरतों के हिसाब से किया गया है। इसमें यात्रियों के आने एवं जाने के लिए अलगअलग मार्ग निर्धारित किया गया है।
पारोमिता राय (उपमहाप्रबंधक)
इण्डियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कार्पोरेशन