कई सीटों पर उम्मीदवार लगभग तय; प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी लड़ सकती हैं चुनाव....
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से करीब 10 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर सहमति बनती नजर आ रही है। केंद्रीय चुनाव समिति की सोमवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में इन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा हुई।
दिग्गज नेताओं में शुमार ग्वालियर राजघराने के ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना-शिवपुरी जबकि कांतिलाल भूरिया को रतलाम-झाबुआ से चुनाव में उतारने के बारे में पार्टी आलाकमान सोच रहा है। इसके अलावा छिंदवाड़ा से मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ, राजगढ़ से दिग्विजय सिंह, ग्वालियर से प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया, मंदसौर से मीनाक्षी नटराजन, धार से गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, खंडवा से अरुण यादव, सतना से अजय सिंह और सागर से प्रभु सिंह का नाम है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना की स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों को बुलाया गया गया था। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में मध्यप्रदेश की स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन केसी वेणुगोपाल, मुख्यमंत्री कमलनाथ और अन्य सदस्य मौजूद थे। इस दौरान मध्यप्रदेश की बची 19 सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के लिए नए सिरे से कवायद करने की बात सामने आई है। इसमें शक्ति एप के जरिए लोगों की राय से उम्मीदवार तय किए जाएंगे। इसके साथ ही इन सीटों पर पांच-पांच नामों के जो पैनल आए हैं, उन्हें सिंगल किए जाने पर चर्चा हुई।
प्रदेश में पहले चरण में 29 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीट के चुनाव होना हैं। इसलिए सीईसी में छिंदवाड़ा को छोड़कर बाकी सीटों पर उम्मीदवारों के पांच नामों के जो पैनल मिले हैं, उन्हें सिंगल किए जाने पर चर्चा हुई। टीकमगढ़, दमोह, होशंगाबाद, बैतूल, खजुराहो, रीवा, मुरैना, भिंड, भोपाल, विदिशा, देवास, उज्जैन और इंदौर ऐसी सीटें हैं जहां प्रत्याशियों का चयन बाद में किया जाएगा। इन सीटों पर पार्टी नए युवा चेहरों और महिलाओं को मौका देने पर विचार कर रही है।