रेलमंत्री पीयूष गोयल ने वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से ग्वालियर तक चलाने की बात कही है। लेकिन रेलवे अफसर इसे भोपाल तक चलाना चाहते हैं…
नई दिल्ली: रेलमंत्री पीयूष गोयल ने वंदे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से ग्वालियर तक चलाने की बात कही है। लेकिन रेलवे अफसर इसे भोपाल तक चलाने के लिए प्रस्ताव बना रहे हैं। चेन्नई की इंटीग्रल फैक्टरी (ICF) में इस ट्रेन के दो रैक तैयार किए जा रहे हैं। ये रैक मार्च तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
लेकिन सूत्रों की माने तो रेलवे वंदे भारत एक्सप्रेस को भोपाल शताब्दी से रिप्लेस करने के पक्ष में नहीं है, रेलवे बोर्ड का तर्क है कि ट्रेन-18 को शताब्दी की जगह चलाने पर ललितपुर, मुरैना, धोलपुर और मथुरा जैसे स्टेशनों का ठहराव बंद करना पड़ेगा, ऐसा करना सम्भब नहीं है|
अधिकारियों की मानें तो अप्रैल में ट्रेन का दिल्ली-ग्वालियर ट्रैक पर ट्रायल होगा। रेलवे बनारस के बाद चलाई जाने वाली दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को तैयार करने में 100 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है।
भोपाल तक बढ़ सकती है गतिमान एक्सप्रेस:
दिल्ली से झांसी तक चल रही गतिमान एक्सप्रेस को भोपाल तक चलाने पर भी विचार किया जा रहा है। इसे लेकर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से भोपाल के अधिकारी से मुलाकात करेंगे। इससे पहले तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष अश्विनी लोहानी से भोपाल के अधिकारियों ने चर्चा भी की थी। वहीं भोपाल डीआरएम ने भी गतिमान एक्सप्रेस को लेकर बोर्ड को प्रस्ताव भी भेजा है। गतिमान एक्सप्रेस को यदि भोपाल तक बढ़ाया जाता है तो दिल्ली से हजरत निजामुद्दीन का सफर करीब 6:30 घंटे में पूरा होगा।
बीना-भोपाल रूट की गति 120
बीना-भोपाल के बीच की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन शताब्दी 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ही चल रही है| तीसरी लाइन बनने के बाद भी गति नहीं बढ़ पाई| लेकिन गतिमान एक्सप्रेस को भोपाल बढ़ाने से अधिकतम गति 130 कि.मी. प्रति घंटा तक हो सकती है|