आचार सहिंता से पहले ग्वालियर को अगरतला के साथ-साथ मिल सकता है मुंबई राजधानी का स्टॉप
नई दिल्ली: ग्वालियर से हावड़ा की ओर जाने वाली चम्बल एक्सप्रेस अब एलएचबी कोचों के साथ चल रही है। इसके चलते चम्बल एक्सप्रेस के पुराने रैक का उपयोग रेलवे करने वाला है। सूत्रों की मानें तो इस रैक का उपयोग ग्वालियर से अगरतला के बीच किया जा सकता है। मंडल में बैठे अधिकारियों ने चम्बल एक्सप्रेस के पुराने रैक के इस्तेमाल को लेकर मंथन करना शुरू कर दिया है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो चम्बल एक्सप्रेस का पुराना रैक ग्वालियर से अगरतला के बीच चलाया जा सकता है।
अगरतला और गुवाहाटी के लिए ग्वालियर से यह पहली ट्रेन होगी, सूत्रों के अनुसार इसकी घोषणा अगले सप्ताह हो सकती है और फ़रवरी के अंत में या मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव की घोषणा होने पहले यह ट्रेन शुरू हो सकती है| यह ट्रेन प्रत्येक रविवार रात 11:30 से वाया भिंड-इटावा चलेगी और कानपूर से 14020 त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस का रूट फॉलो करेगी|
इसके आलवा चम्बल एक्सप्रेस के दुसरे रेक से भोपाल के लिए सुबह के समय झाँसी होकर एक इंटरसिटी चलाई जा सकती है|
रेलवे द्वारा दिल्ली से मुम्बई के बीच शुरू की गई राजधानी एक्सप्रेस का ग्वालियर में स्टॉपज कराने के लिए अब मामला रेलवे बोर्ड तक जा पहुंचा है। बताया जा रहा है कि इस ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने मंथन करना शुरू कर दिया है, साथ ही इस मामले को लेकर अब उत्तर मध्य रेलवे के मुख्यालय में हलचल होना शुरू हो गई है। सूत्रों की मानें तो मुम्बई राजधनी एक्सप्रेस को लेकर झांसी में बैठे अधिकारियों से रेलवे बोर्ड के अधिकारी चर्चा करेंगे। इतना ही नहीं, यात्रियों की संख्या को लेकर जल्द ही सर्वे भी कराया जा सकता है। सात दिनों के अन्दर इसकी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेज दी जाएगी| सूत्रों के अनुसार फ़रवरी के अंत में ग्वालियर में इसका स्टॉप मिलना लगभग तय है| क्योंकि रेलवे लोकमान्य तिलक टर्मिनस मुंबई - हज़रत निजामुद्दीन वातानुकूलित सुपरफास्ट एक्स्प्रेस का संचालन बंद करने पर विचार कर रहा है, यदि ऐसा होता है राजधानी एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन किया जा सकता है|