15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल नई दिल्ली स्टेशन पर करेंगे उद्घाटन
नई दिल्ली: पूर्ण रूप से भारत में निर्मित वन्दे भारत (ट्रेन 18) का उद्घाटन 15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल करेंगे| नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली स्टेशन से इस ट्रेन को शुक्रवार को सुबह दस बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगें|
प्रधानमंत्री और रेल मंत्री इस ट्रेन में बैठकर कानपुर सेंट्रल तक आएंगे। इसके बाद कानपुर सेंट्रल से रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के साथ सेंट्रल स्टेशन पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने का भी प्रस्तावित कार्यक्रम है। दोपहर तीन बजे ट्रेन-18 सेंट्रल आएगी और शाम चार बजे बनारस के लिए छूटेगी। मनोज सिन्हा सेंट्रल से साथ में ही बनारस तक जाएंगे।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन के निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में आ सकते हैं। फिलहाल इस ट्रेन के उद्घाटन समारोह की तैयारियां की जा रही हैं। इस ट्रेन की अगुवाई करने के माध्यम से सरकार यात्रियों और जनता को अपनी इस उपलब्धि को पूरी भव्यता से बताने की कोशिश कर रही है।
17 फ़रवरी से होगा नियमित संचालन
वन्दे भारत एक्सप्रेस का नियमित संचालन रविवार 17 फ़रवरी से होगा, यह ट्रेन सप्ताह में पांच चलेगी (सोमवार और गुरुवार को छोड़कर)| ट्रेन न. 22436 / नई दिल्ली - वाराणसी वन्दे भारत एक्सप्रेस -- सुबह छह बजे नई दिल्ली से चलकर 10:18 पर कानपुर, दोपहर 12:23 इलाहाबाद और दोपहर दो बजे वाराणसी पहुंचेगी| वापसी में 22435 / वाराणसी - नई दिल्ली वन्दे भारत एक्सप्रेस दोपहर तीन बजे वाराणसी से रवाना होकर शाम 4:35 पर प्रयाग, साढ़े छः बजे कानपुर और रात्रि 11 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी|
शताब्दी से महँगा होगा किराया
रेलवे ने मंगलवार को वंदे भारत एक्सप्रेस या ट्रेन 18 के प्रस्तावित किराये की घोषणा की। दिल्ली-वाराणसी सफर के लिए वातानुकूलित कुर्सीयान का किराया 1760 रूपये, जबकि एक्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 3310 रूपये करने की घोषणा की है। रेलवे के एक आदेश में कहा गया है कि वापसी की यात्रा में कुर्सी यान के टिकट का किराया 1700 रूपये होगा और एक्जीक्यूटिव श्रेणी का किराया 3,260 रूपये पड़ेगा। दोनों किराये में कैटरिंग का शुल्क भी शामिल है। अभी चेयर कार का किराया उतनी ही दूरी तय करने वाली शताब्दी ट्रेनों के किराये से 1.4 गुणा अधिक है और एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया प्रीमियम ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के किराये से 1.3 गुणा अधिक है।
It’s a bird...It’s a plane...Watch India’s first semi-high speed train built under ‘Make in India’ initiative, Vande Bharat Express zooming past at lightening speed. pic.twitter.com/KbbaojAdjO
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 10, 2019