जबलपुर में हुई रेलवे की क्षेत्रीय परामर्शदात्री के बैठक में नरेन्द्र सिंह भदौरिया ने रखा मामला
जबलपुर: ग्वालियर से इंदौर के बीच दिन में इंटरसिटी चलाने या फिर डबल डेकर ट्रेन चलाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ गई है। बीते दिनों पश्चिम मध्य रेलवे क्षेत्रीय परामर्शदात्री समिति की जबलपुर में हुई बैठक में सदस्य नरेंद्र पाल सिंह भदौरिया ने यह मांग उठाई। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग से इंदौर के लिए काफी लोग यात्रा करते हैं। भिंड-ग्वालियर-रतलाम इंटरसिटी रात में चलती है, जिसके कारण छोटे-छोटे स्टेशन यात्रियों को परेशानी होती है। इसलिए दिन में ग्वालियर-इंदौर के बीच नई इंटरसिटी ट्रेन फ़ास्ट पैसेंजर के रूप में चलाई जाए।
इससे रेलवे को आय तो होगी ही साथ ही ग्वालियर-चंबल संभाग के लोगों को एक नई ट्रेन मिल जाएगी। नरेंद्र पाल सिंह भदौरिया ने बताया कि उन्होंने बैठक में ग्वालियर-इंदौर के बीच एक फ़ास्ट पैसेंजर ट्रेन चलाने की भी बात कही थी, जिससे छोटे-छोटे स्टेशन के यात्रियों को लाभ होगा।
इसके अलावा कोटा पैसेंजर को एक्सप्रेस या सुपरफास्ट ट्रेन में परिवर्तित करने की भी बैठक में मांग रखी है। उनका कहना है कि कोटा एजुकेशन हब होने के कारण अंचल से काफी संख्या में छात्र कोटा जाते हैं। इसलिए इस ट्रेन में एसी कोच लगाने के साथ ही इसे एक्सप्रेस ट्रेन में परिवर्तित कर दिया जाए।
उन्होंने बैठक में शाम को चलने वाली भिंड-ग्वालियर-रतलाम इंटरसिटी और ग्वालियर-पुणे एक्सप्रेस का टाइम टेबल रिव्यू करने की भी मांग रखी है। यह ट्रेने कुछ स्टेशनों के बीच काफी समय लगाती है। उनका कहना है कि इस ट्रेन का अगर टाइम और स्पीड का रिव्यू किया जाए तो ट्रेन जल्दी पहुंचेगी।
साथ ही उन्होंने पाडरखेड़ा स्टेशन को पुनः विकसित करने, भिंड रेलवे स्टेशन पर ट्रेने बढ़ाने तथा उज्जैन-ग्वालियर रेल मार्ग के विद्युतीकरण की भी मांग बैठक में रखी। श्री कुशवाह ने बताया कि पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने उक्त मांगों पर विचार करने की बात कही है।