जनता द्वारा सुझाये गए विभिन्न नामों में से वंदे भारत एक्सप्रेस नाम देने का फैसला किया है।
नई दिल्ली: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पूर्ण रूप से भारत में निर्मित पहली ट्रेन ट्रेन 18 को वंदे भारत एक्सप्रेस का नाम दिया है
रविवार को उन्होंने कहा - ट्रेन दिल्ली और वाराणसी के बीच 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति से चलने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल्द ही ट्रेन को हरी झंडी दिखायेंगे।
पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन कानपुर और इलाहाबाद में रुकेगी और 16-कोच की इसे ट्रेन में दो एग्जीक्यूटिव चेयर कार भी होंगे|
यह पूरी तरह से भारत में बनी ट्रेन है और जनता द्वारा सुझाये गए विभिन्न नामों में से वंदे भारत एक्सप्रेस नाम देने का फैसला किया है। यह गणतंत्र दिवस के अवसर लोगों के लिए एक उपहार होगा। उन्होंने कहा - प्रधानमंत्री से इसे हरी झंडी दिखाने का अनुरोध करेंगे।
सभी सुरक्षा क्लीयरेंस, परीक्षण और जांच के बाद रेलवे स्वदेश-निर्मित ट्रेन-18 को लांच करने में जुटा है। इस ट्रेन का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 40-50 फीसद अधिक रहने का अनुमान है।
एक अधिकारी ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि उन लोगों ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से संपर्क कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लांच कराने के लिए समय मांगा है।
बजट पेश करने के बाद समय मिलने की उम्मीद है। यह पहली गाड़ी नई दिल्ली और प्रधानमंत्री के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी के बीच चलेगी।
आठ घंटे में तय करेगी 755 किमी दूरी
इससे पहले रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि ट्रेन-18 नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलेगी। यह गाड़ी आठ घंटे में 755 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।