इतिहास रचते ही भावुक हुईं मैरीकॉम, 13 साल छोटी मुक्केबाज हना ओखोता को हराया.
नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने शनिवार को इतिहास रच दिया। 35 वर्षीया मुक्केबाज ने विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में लाइट फ्लाइ वेट (45-48 किग्रा) वर्ग के फाइनल में यूक्रेन की हाना ओखोता को मात देकर छठी बार गोल्ड मेडल जीता। वह ऐसा कमाल करने वाली विश्व की पहली महिला मुक्केबाज बनीं।
मैरीकॉम ने सेमीफाइनल में नॉर्थ कोरिया की किम ह्यांग मी को हराया था| वे सात बार फाइनल खेलने वाली दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज हैं|
विश्व में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली मुक्केबाज बनीं
मैरीकॉम विश्व चैम्पियनशिप (महिला और पुरुष) में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली मुक्केबाज भी बनीं। उन्होंने छह स्वर्ण और एक रजत जीतकर क्यूबा के फेलिक्स सेवोन (91 किलोग्राम भारवर्ग) की बराबरी की। फेलिक्स ने 1986 से 1999 के बीच छह स्वर्ण और एक रजत पदक जीता था।
नई दिल्ली के केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में रेफरियों ने सर्वसम्मति से भारतीय मुक्केबाज को विजेता घोषित किया। मैरी ने अपने जबरदस्त मुक्कों के दम पर 5-0 के अंतर से खिताब जीता। फाइनल जीतने के बाद मैरीकॉम जैसे ही भारतीय मुक्केबाजी संघ प्रमुख अजय सिंह के गले लगीं तो अपने आंसूओं को रोक नहीं सकीं।
वह करीब एक मिनट तक अजय से गले लगकर रोईं और अपनी खुशी पर भावुक रहीं। इसके बाद भावुक मैरीकॉम ने दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया और फ्लाइंग किस देकर फैंस का शुक्रिया अदा किया। तीन बच्चों की मां अपनी खुशी आंसूओं में व्यक्त कर रहीं थीं।
Mary Kom defeated Ukraine's Hanna Okhata in a 5-0 unanimous decision. #WWCHs2018 https://t.co/Zt3Ex5lQXR
— Twitter Moments (@TwitterMoments) November 24, 2018