स्टेशन का नाम बदलने पर सहमति, बस बोर्ड की मोहर बाकी
भोपाल| रेलवे बोर्ड की यदि अनुमति मिली तो हबीबगंज रेलवे स्टेशन को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से जाना जाएगा। सोमवार को रेलवे के साथ हुई सांसदों की बैठक में यह प्रस्ताव राज्यसभा सांसद प्रभात झा ने रखा, जिसमें उपस्थित सांसदों ने तत्काल सहमति दे दी। रेलवे बोर्ड की अनुमति मिलने के बाद हबीबगंज स्टेशन को अटल बिहारी वाजपेयी स्टेशन (अटल स्टेशन) के नाम से जाना जाएगा।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों उत्तर मध्य रेलवे (NCR) में ग्वालियर के बिरला नगर स्टेशन का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर रखने की मांग की गई थी, लेकिन हमेशा की तरह ग्वालियर से सम्बंधित प्रस्ताव पर कोई ध्यान नहीं दिया गया| जबकि भोपाल में इस प्रस्ताव तुरंत हरी झंडी दे दी गई|
बैठक में छह सांसद मौजूद थे और सभी ने अपने-अपने क्षेत्र के स्टेशनों पर यात्री सुविधा बढ़ाने, नई ट्रेन चलाने, पहले से चल रही ट्रेनों के स्टॉपेज बढ़ाने, स्टेशनों पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने जैसे सुझाव दिए। बैठक की शुरुआत पश्चिम मध्य रेल जबलपुर जोन के नवागत जीएम अजय विजयवर्गीय और भोपाल डीआरएम शोभन चौधुरी ने रेलवे की उपलब्धियां बता कर की।
बैठक में जबलपुर सांसद और पश्चिम मध्य रेल जबलपुर जोन के जीएम ने नंदा देवी एक्सप्रेस को चार दिन जबलपुर से चलाने और रखरखाव की जिम्मेदारी जबलपुर दिए जाने पर भी सहमति हो गई| भोपाल-ग्वालियर के बीच नई इंटरसिटी वाया झाँसी चलाने का भी प्रस्ताव रखा गया, जिसे रेलवे बोर्ड को भेजा जायेगा, यदि मंजूरी मिल जाती है तो यह ट्रेन ग्वालियर के बिरला नगर-हबीबगंज के बीच चलेगी| इस ट्रेन को सुबह बिरला नगर से और शाम को शताब्दी के बाद हबीबगंज से चलाने का प्रस्ताव है|