समाधि के लिए मरीना बीच पर जगह देने से सरकार का इनकार, समर्थकों का हंगामा
चेन्नई: तमिलनाडु के पूर्व सीएम और द्रविड़ मुनेत्र कणगम (डीएमके) प्रमुख 94 वर्षीय एम करुणानिधि का मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने शाम 6:10 बजे अंतिम सांस ली।
उन्हें 28 जुलाई को कावेरी अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनके शव को गोपालपुरम स्थित आवास ले जाया गया है। बुधवार सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे गोपालपुरम और उसके बाद 4 बजे से राजाजी हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
करुणानिधि के समाधिस्थल की जगह को लेकर हुए विवाद के बाद मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस हुलुवादी जी रमेश इस मामले की सुनवाई को राजी हो गए। रात 11 बजे वकील चीफ जस्टिस के घर दलीलें रखने पहुंच गए। डीएमके ने मरीना बीच पर जगह मांगी है सरकार ने कानूनी अड़चन बताते हुए इससे इनकार किया। हालांकि वह गांधी मंडपम में दो एकड़ जगह देने को तैयार है। समर्थकों ने विरोध में उन्होंने तोड़फोड़ भी की।
कावेरी अस्पताल से पार्थिव देह को अंतिम दर्शकों के लिए उनके आवास गोपालपुरम ले जाया गया।
संक्षिप्त जीवनी
जन्म: 3 जून 1924
मृत्यु: 7 अगस्त 2018
1957 से 2016 तक कभी चुनाव नहीं हारे
13 बार विधायक, 5 बार मुख्यमंत्री रहे
एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित
करुणानिधि के निधन पर केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। दिल्ली समेत सभी राज्यों की राजधानी में बुधवार को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। तमिलनाडु में राज्य सरकार ने 7 दिन के शोक की घोषणा की है। बुधवार को सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों में छुट्टी कर दी गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और अभिनेता रजनीकांत समेत अन्य नेताओं ने ट्वीट कर करुणानिधि के निधन पर शोक जताया है। कहा कि करुणानिधि को देश हमेशा याद रखेगा।