आतंकवाद बढ़ने से सरकार में रहना मुश्किल था - भाजपा, आज शाम महबूबा मुफ्ती देंगी इस्तीफा
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर बीजेपी-पीडीपी गठबंधन से भारतीय जनता पार्टी ने अपना समर्थन वापसी ले लिया। बीजेपी प्रवक्ता राम माधव ने कहा कि जम्मू कश्मीर में गठबंधन की सरकार और आगे चलाना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ सलाह मशविरा का बाद किया गया है।
कश्मीर में मौजूदा हालात को लेकर केंद्र सरकार काफी गंभीर है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर सरकार में शामिल पार्टी के सभी मंत्रियों और कुछ शीर्ष नेताओं को महत्वषपूर्ण बैठक के लिए आज नई दिल्ली बुलाया है। इससे पहले आज सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोवाल मंगलवार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे।
Terrorism, violence and radicalisation have risen and fundamental rights of the citizens are under danger in the Kashmir valley. Despite support from the Central govt, PDP failed to control the situation : Shri @rammadhavbjp pic.twitter.com/2HEb5n82GU
— BJP (@BJP4India) June 19, 2018
प्रदेश के नेताओं और केंद्रीय नेताओं से चर्चा और सलाह के बाद हमने गठबंधन से हटने का फैसला किया है। तीन साल पहले जनादेश खंडित था। जम्मू में भाजपा को समर्थन था, कश्मीर घाटी में पीडीपी को बहुतायत में सीटें मिलीं। हमने दुबारा चुनाव से जम्मू-कश्मीर को बचाने के लिखे 4 महीने की कवायद के बाद साझा सरकार चलाने का फैसला किया था।
माधव ने आगे कहा - पिछले 3 साल से ज्यादा में भाजपा ने अच्छी तरह से सरकार चलाने, शांति बहाल करने और विकास को बढ़ाने के लिए पीडीपी का साथ दिया था। शुजात बुखारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई, ये हालात की गंभीरता को बताता है। केंद्र सरकार के रोल की बात है, तो उसने 3 साल के दौरान राज्य सरकार की मदद के लिए हमेशा तत्पर रही।